Vodafone Idea share price: सरकार के एक फैसले से एकाएक 17 परसेंट तक उछला शेयर, निवेशक हैप्पी
Vodafone Idea share price: कैबिनेट के बैंक गारंटी में छूट के फैसले से वोडाफोन आइडिया के शेयर आज 17 प्रतिशत उछल गए. कंपनी पर 24,700 करोड़ रुपये की गारंटी का बोझ कम हुआ है. 5G लॉन्च और 4G कवरेज विस्तार की योजनाओं के साथ, यह निर्णय कंपनी को वित्तीय स्थिति को ठीक करने में कारगर होगा.
वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के शेयरधारकों के लिए आज का दिन काफी खास है. सरकार के एक बड़े फैसले के चलते इसके शेयरों में 17 फीसदी की तेजी देखने को मिली (10.40 बजे तक). यह तेजी कैबिनेट द्वारा टेलीकॉम ऑपरेटरों को 2022 तक खरीदे गए स्पेक्ट्रम के लिए बैंक गारंटी देने की अनिवार्यता खत्म करने के फैसले के बाद आई. वोडाफोन आइडिया को इस फैसले से सबसे ज्यादा फायदा हुआ, क्योंकि कंपनी पर सितंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच लगभग 24,700 करोड़ रुपये की गारंटी जमा करने का बोझ था.इस फैसले के बाद वोडाफोन आइडिया के शेयर 17% तक उछलकर 8.28 रुपये के स्तर तक पहुंच गए. हालांकि, पिछले एक महीने में इसके शेयरों में 7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. वोडाफोन आइडिया की कुल देनदारी (ब्याज समेत) 2.12 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है. इसमें 1.52 लाख करोड़ रुपये स्पेक्ट्रम भुगतान और 70,300 करोड़ रुपये एजीआर (Adjusted Gross Revenue) बकाया शामि
वोडाफोन आइडिया ने दूरसंचार विभाग (DoT) से 24,700 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी छूट की मांग की थी, जो अब मंजूर हो चुकी है. विशेषज्ञों का मानना है कि वोडाफोन आइडिया की कर्ज जुटाने की क्षमता इस छूट पर निर्भर करती है.
5G रोलआउट और भविष्य की योजना
कंपनी ने हाल ही में 42,000 नई 4G साइट्स जोड़ी हैं, और 19,700 3जी साइट्स बंद कीं. वोडाफोन आइडिया अगले तीन वर्षों में 50,000 से 55,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय (Capex) करने की योजना बना रही है. कंपनी 2025 की चौथी तिमाही तक प्रमुख क्षेत्रों में 5G सेवाएं शुरू करने और सितंबर 2025 तक 120 करोड़ की 4G कवरेज तक पहुंचने का लक्ष्य रखती है.
ग्राहकों का पलायन और टैरिफ प्रभाव
जुलाई 2024 में टैरिफ बढ़ने के कारण वोडाफोन आइडिया के कई ग्राहक BSNL में चले गए थे. हालांकि, अगस्त 2024 से यह ट्रेंड बदलने लगा है. कंपनी को उम्मीद है कि अगली दो तिमाहियों में टैरिफ वृद्धि का पूरा असर दिखेगा.
जियो और एयरटेल ने स्पेक्ट्रम बकाया को पहले से चुका कर अपने ब्याज खर्च को कम किया है. जियो पर सालाना 4,000 करोड़ रुपये और एयरटेल पर 3,000 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी का दायित्व है.
कैबिनेट का एक फैसला और रॉकेट बना Vodafone-Idea का शेयर, निवेशक हुए मालामाल
वोडाफोन-आइडिया ने शुरू से ही सरकार से बैंक गारंटी माफ करने की अपील की थी, जिसका सीभी दूरसंचार कंपनियों ने समर्थन किया था. ऐसे में सरकार के हालिया फैसले से सबसे ज्यादा फायदा Vi को हुआ है.
Vodafone-Idea Share: मंगलवार का दिन वोडाफोन-आइडिया के शेयरधारकों के लिए अच्छी खबर लेकर आया है. मंगलवार की सुबह शेयर मार्केट खुलते ही वोडाफोन-आइडिया के शेयर में तेजी देखी गई. एक समय ऐसा भी था जब वोडाफोन-आइडिया का शेयर केवल गिरावट के लिए जाना जाता था, लेकिन सरकार के एक फैसले ने वोडाफोन-आइडिया के शेयर को रॉकेट बना दिया.
मंगलवार को शेयर बाजार खुलते ही वोडाफोन-आइडिया का शेयर में 18.08 प्रतिशतबढ़ाकर 8.23 रुपए पर पहुंच गया. आइए जानते हैं सरकार के किस फैसले की वजह से वोडाफोन-आइडिया के शेयर में ये तेजी देखी गई.
सरकार ने दी ये संजीवनी
केंद्र सरकार ने 2022 की स्पेक्ट्रम नीलामी में मांगी जाने वाली बैंक गारंटी को खत्म कर दिया है. Vi को कुल 24,700 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी जमा करनी थी. स्पेक्ट्रम नीलामी बकाया के स्थगन की समय सीमा अक्टूबर 2025 थी. ऐसे में केंद्र सरकार का ये फैसला Vi के लिए संजीवनी बूटी लेकर आया है.
दूरसंचार विभाग (DoT) ने स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए दूरसंचार ऑपरेटरों को देय बैंक गारंटी को माफ करने का समर्थन किया था. वहीं Vi ने 1 नवंबर तक जमा की जाने वाली 350 करोड़ रुपए की अपनी दूसरी बैंक गारंटी भी अभी तक जमा नहीं की थी, जिसमें 2012 की नीलामी में खरीदे गए स्पेक्ट्रम भी शामिल थे. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में तीसरा सबसे बड़ी मोबाल ऑपरेटर कंपनी है. सितंबर में 2016 की स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए 4,600 करोड़ रुपये से अधिक की BG का भुगतान करने में विफल रही
बैंक गारंटी माफ करने की Vi ने की मांग
वोडाफोन-आइडिया ने शुरू से ही सरकार से बैंक गारंटी माफ करने की अपील की थी, जिसका सीभी दूरसंचार कंपनियों ने समर्थन किया था. ऐसे में सरकार के हालिया फैसले से सबसे ज्यादा फायदा Vi को हुआ है. जबकि उसकी प्रतिद्वंद्वी भारती एयरटेल और रिलायंस जियो को भी पिछले नीलामी भुगतान को सुरक्षित करने के लिए BG जमा करने की आवश्यकता है, उनकी राशि Vi की तुलना में बहुत कम है.
उदाहरण के लिए, 2016 की नीलामी के लिए एयरटेल की BG अगले साल सितंबर में देय है, लेकिन कंपनी को केवल 2,200 करोड़ रुपए का भुगतान करने की आवश्यकता है. एयरटेल के बाद जियो की लगभग 4,400 करोड़ रुपए की BG देय है.
एयरटेल और जियो के शेयर
इस बीच, अपडेट के बाद बीएसई पर भारती एयरटेल के शेयर 1.6% बढ़कर 1,604.95 रुपए पर पहुंच गए, जबकि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर करीब 1% गिरकर 320.10 रुपये पर आ गए.