hyundai motor ipo -हुंडई मोटरआईपीओ
Hyundai Motor IPO:हुंडई मोटर इंडिया आईपीओ आज रिटेल निवेशकों के लिए खुल रहा है। कंपनी के आईपीओ का प्राइस बैंड (Hyundai IPO Price Band) 1865 रुपये से 1960 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। यह देश के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ है। कंपनी आईपीओ के जरिए 28,780 करोड़ रुपये जुटाने का प्रयास करेगी। इससे पहले एलआईसी का आईपीओ सबसे बड़ा था। सरकारी बीमा कंपनी के आईपीओ का साइज 21000 करोड़ रुपये का था। बता दें, कई एक्सपर्ट्स हुंडई आईपीओ दांव लगाने की सलाह दे रहे हैं। आइए डीटेल्स में जानते हैं –
थम गई ग्रे मार्केट में गिरावट (Hyundai IPO GMP Today)
सोमवार और मंगलवार को ग्रे मार्केट प्रीमियम में बदलाव नहीं हुआ है। इनवेस्टर्स गेन की रिपोर्ट के अनुसार कल यानी सोमवार को कंपनी का आईपीओ 45 रुपये के प्रीमियम पर ग्रे मार्केट में बिक रहा था। आज भी यह आईपीओ 45 रुपये के प्रीमियम पर ही बिक रहा है। जोकि हुंडई आईपीओ पर दांव लगाने की सोच रहे है निवेशकों के लिए यह राहत भरी खबर मानी जा रही है।
हुंडई आईपीओ को लेकर क्या है एक्सपर्ट्स की राय
1- ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने हुंडई आईपीओ को ‘सब्सक्राइब’ करने की सलाह दी है। ब्रोकरेज हाउस को उम्मीद है कि बेहतर SUV रेंज होने की वजह से कंपनी की वित्तीय स्थिति ठीक रहेगी। ब्रोकरेज हाउस ने कहा, “हम लिस्टिंग के दिन बहुत ज्यादा लाभ की उम्मीद नहीं कर रहे हैं। लेकिन मीडियम से लॉन्ग टर्म में हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड निवेशकों को डबल डिजिट का रिटर्न देगा।”
2- Sharekhan ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि घरेलू बाजार के अलावा कंपनी ने विदेशी बाजारों में भी अच्छी पैठ बना ली है। वित्त वर्ष 2024 में एक्सपोर्ट्स का योगदान कंपनी में 21 प्रतिशत रहा। कंपनी की निगाह साउथ एशिया, अफ्रीका और मिडिल ईस्ट पर है। ब्रोकरेज ने कहा, “बढ़ते प्रतिद्वंदिता और नए प्रोडक्ट्स के आने से कंपनी के मार्केट शेयर और मुनाफे पर असर पड़ सकता है।”
जीएमपी
इस बीच हुंडई के अनलिस्टेड शेयरों का ग्रे मार्केट प्रीमियम लगातार गिर रहा है। 4 अक्टूबर को यह 370 रुपये के प्रीमियम के साथ ट्रेड कर रहा था जबकि शुक्रवार को इसका प्रीमियम 170 रुपये रह गया था। अब इसका प्रीमियम मात्र 30 रुपये रह गया है। जानकारों का कहना है कि हुंडई का आईपीओ बहुत बड़ा है और यह बाजार से बहुत सारी लिक्विडिटी खींच लेगा। नियमों के मुताबिक हुंडई को अपनी भारतीय यूनिट में अपनी हिस्सेदारी 75% या उससे कम करनी होगी। इसका असर हुंडई मोटर इंडिया के शेयर मूल्य पर असर पड़ सकता है।
कंपनी का प्रदर्शन
जानकारों का कहना है कि हुंडई मोटर इंडिया अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बाजार में काम करती है। हुंडई और इसकी बड़ी प्रतिद्वंद्वी मारुति दोनों के मार्केट वॉल्यूम में पिछले पांच साल में गिरावट आई है।
हालांकि, हुंडई ने आने वाली तिमाहियों में कई नए मॉडल लॉन्च करने की योजना बनाई है। साथ ही कंपनी ने भारत में अपने विस्तार की भी योजना बनाई है। जोखिम लेने वाले निवेशकों को यह इश्यू आकर्षक लग सकता है जबकि जोखिम से बचने वाले निवेशक आईपीओ के बाद शेयर की कीमत के रुझान को देखना पसंद कर सकते हैं।
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